17 बिमारियों का तिब्बे नबवी से इलाज़ TIBBE NABAWI SE ILAJ HINDI

                         

TIBBE NABAWI SE ILAJ HINDI

 17 बिमारियों का तिब्बे नबवी से इलाज़

तिब्बे नबवी – ये बिमारियों के इलाज का इस्लामी नेचुरल तरीका है। 

1-मिस्वाक – रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया – मिस्वाक जरूर किया करो। क्यों की इससे अल्लाह की ख़ुशनूदी हासिल होती है और आँखों की रोशनी तेज होती है। 

2-ज़म -ज़म – रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया- ये एक मुकम्मल खुराक है और बिमारियों के लिए शिफा भी है। 

3-ख़रबूजा  – रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया – खाने से पहले ख़रबूजा का इस्तेमाल पेट को बिल्कुल साफ कर देता है और बीमारी को जड़ से ख़तम कर देता है। 

4-जैतून का तेल –  रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया- जैतून का तेल खाओ और उसे लगाओ , क्यों कि उसमें सत्तर बिमारियों से शिफा है जिनमें से एक कोढ़ भी है। 

5-खजूर –  रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया- जचगी कीहालत में तुम अपनी औरतों को तर खजूरें खिलाओ और अगर वो न मिले तो सुखी खजूरें खिलाओ। 

बच्चा पैदा होने के बाद खजूर खाने से औरत के अंदर का फ़ासिद खून निकल जाता है और बदन की कमजोरी दूर होती है।  

6-अंजीर -रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया – अंजीर खाओ क्यों कि यह बवासीर को ख़त्म करता है और जोड़ों के दर्द में मुफीद है। 

7-संतरा -रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया – तुम लोग संतरे को इस्तेमाल करो क्यों कि यह दिल को मजबूत बनाता है। 

संतरे का जूस पेट की गन्दगी को दूर करता है और भूख बढ़ता है। 

8-राई -रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया- तुम लोग राई का इस्तेमाल किया करो। क्यों की अल्लाह तआला ने उसमें बिमारिओं से शिफा रखी है। 

9-राई का तेल बालों में मजबूती पैदा करता है , सफ़ेद होने से रोकता है। स्किन नरम करता है। 

10-लहसुन -रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया – अगर मेरे पास फरिश्ते न आया करते तो मैं लहसुन जरूर खाता। 

लहसुन अपने अंदर बहुत फ़वायद रखता है। ये पेट के कीड़े मारता है। गैस ख़तम करता है । खाना हजम करता है। 

11-शहद और क़ुरान -रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया – तुम अपने लिए शिफा की दो चीजों   – यानि शहद और क़ुरान को लाज़मी पकड़ लो .

12-तलबीना (जौ ) – हज़रत आयशा रज़ि. फरमाती हैं की रसूल अल्लाह स. को फरमाते सुना कि तल्बिना बीमार के दिल को शुकून पहुंचाता है। रंज और गम को दूर करता है। 

जौ को कूट कर दूध में बाद मिठास के लिए उसमें शहद डाला  जाता है।  इसी को तलबीना कहते हैं। 

13-अनार – अल्लाह के रसूल ने फ़रमाया -अनार को उसके अंदरूनी छिलके के साथ खाया करो। यह मेदे को साफ रखता है। 

14-लौकी – अल्लाह के रसूल ने फ़रमाया- तुम लौकी खाया करो। क्यों कि यह अक़ल को बढाती है और दिमाग को तेज कराती है। 

15-कलौंजी (मंगरैला) – रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया- तुम इस कलौंजी को इस्तेमाल करो क्यों कि इसमें मौत के सिवा हर बीमारी से शिफा मौजूद है। 

16-गाय का दूध – अल्लाह के रसूल ने फ़रमाया – गाय का दूध इस्तेमाल किया करो क्यों कि यह हर किस्म के पौधों को चरती है इसलिए उसके दूध में हर बीमारी से शिफा है। 

17-सदक़ा – रसूलुल्लाह सल्ललाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया- सड़के से अपने मरीजों का इलाज़ किया करो। क्यों कि सदक़ा बिमारियों और पेश आने वाली मुसीबतों को दूर करता है। 

(Courtesy- sirf panch minut ka madarsa)
अल्लाह तआला की हर मखलूक बामकसद है। अल्लाह ने हर बीमारी का इलाज कही न कही रखा है जिसकी जानकारी तिब्बे नबवी में दी गई है। इसका जरूर फायदा उठायें। अल्लाह का शुक्र अदा करें।  
टाइम पर पांचों वक़्त की नमाजों की अदायगी करें। अल्लाह के हुक्मों और नबी की सुन्नत के मुताबिक जिंदगी जीने पर अल्लाह तआला ने जन्नत का वादा किया है। अपना अमाल बनायें और दुसरो को भी दीनी बातों से वाकिफ कराते  रहें। अच्छे कामों  का हुक्म करें और बुरे कामों से रोकें। 
जज़ा कल्लाहू खैरन.      

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